1. युद्धविराम की घोषणा और उल्लंघन: भारत और पाकिस्तान ने 10 मई 2025 को शाम 5 बजे युद्धविराम पर सहमति जताई, जिसे दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच बातचीत के बाद लागू किया गया। हालांकि, कुछ ही घंटों में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के अखनूर, राजौरी, और श्रीनगर सहित कई स्थानों पर ड्रोन हमले और गोलीबारी शुरू कर युद्धविराम का उल्लंघन किया।
2.भारत की जवाबी कार्रवाई: विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान के उल्लंघन की निंदा की और कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को किसी भी उल्लंघन का "मजबूती से जवाब" देने का निर्देश दिया गया है। भारतीय सेना ने कई ड्रोनों को मार गिराया और सीमा पर गोलीबारी का जवाब दिया।
3.ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 7-8 मई की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी शिविरों पर सटीक हमले किए गए। इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया।
4. पाकिस्तान का ऑपरेशन बुनयान अल-मरसूस: पाकिस्तान ने भारत के हमलों के जवाब में 'ऑपरेशन बुनयान अल-मरसूस' शुरू किया, जिसमें उसने भारत के 26 स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। हालांकि, भारत ने इनमें से कई हमलों को नाकाम कर दिया, जिसमें हरियाणा के सिरसा में फतेह-1 मिसाइल को मार गिराना शामिल है।
5.ड्रोन हमले और ब्लैकआउट: पाकिस्तानी ड्रोनों ने श्रीनगर, जम्मू, राजौरी, पंजाब, राजस्थान (जैसलमेर, बाड़मेर), और गुजरात (कच्छ) में हमले किए। इसके जवाब में इन क्षेत्रों में रात के समय ब्लैकआउट लागू किए गए ताकि लक्ष्यों का पता लगाना मुश्किल हो। श्रीनगर में लगभग 50 ड्रोनों को मार गिराया गया।
6.पहलगाम आतंकी हमला: यह संघर्ष 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले से शुरू हुआ, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों की हत्या की थी। भारत ने इसे युद्ध का कार्य माना और जवाबी कार्रवाई शुरू की।
7.अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया कि युद्धविराम अमेरिकी मध्यस्थता का परिणाम था, जिसमें उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, भारत ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत का नतीजा था।
8.इंडस जल संधि और वीजा निलंबन: भारत ने 1960 की इंडस जल संधि को निलंबित कर दिया और दोनों देशों ने एक-दूसरे के नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए। ये प्रतिबंध युद्धविराम के बाद भी लागू रहे।
9.नागरिक और सैन्य नुकसान: संघर्ष में दोनों ओर से 70 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर कश्मीर में थे। भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तेयाज की आरएस पुरा सेक्टर में गोलीबारी में मृत्यु हो गई।
10.वर्तमान स्थिति: 11 मई 2025 की सुबह तक सीमा पर शांति बनी हुई थी, और कोई नया उल्लंघन या ड्रोन हमला दर्ज नहीं किया गया। भारतीय सेना उच्च सतर्कता पर है और स्थिति पर करीबी नजर रख रही है।